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Topic:Oral cancer
नमस्कार मित्रो,
आज हम बात करने वाले हे एक कॉमन और गंभीर समस्या के बारे में और वो हे oral cancer.
मुंह बॉडी को पोषण पहुंचना वाले द्वार की तरह काम करता है। भोजन को काटने-चबाने से लेकर उसे आंतों के लिए भेजने तक सारा जिम्मा मुंह का होता है। मुंह का कैंसर होना अब बहुत ही सामान्य है और अगर इसका पता जल्दी चल जाए तो आसानी से इलाज भी किया जा सकता है। अगर आप नियमित रूप से डेंटिस्ट के पास जाते हैं, तो आमतौर पर वह मुंह के कैंसर को शुरुआती चरणों में ही पकड़ लेते हैं। पुरुषों को मुंह का कैंसर होने का जोखिम महिलाओं की तुलना में दोगुना होता है। 50 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों को सबसे ज़्यादा जोखिम होता है। धूम्रपान और तम्बाकू का उपयोग मुंह के कैंसर का मुख्य कारण है
भारत में मुंह का कैंसर सबसे आम कैंसरों में एक है. पिछले 10 सालों में मुंह के कैंसर के मामलों में एक तिहाई से ज्यादा की बढ़ोतरी देखी गई है। इसिलिये इस भयानक बीमारी से बचने के लिए इसके लक्षणों को जानना और उसकी जल्द से जल्द जांच कराना बहुत जरूरी है।
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आज हम जानेंगे,
- Oral cancer होने के कारणमुंह के कैंसर के शुरुआती लक्षण क्या हैं?
- मुंह का कैंसर कैसे होता है?
- मुंह के कैंसर के stages और grade
- मुंह के कौनसे part में केंसर हो सकता हे?
- मुंह के कैंसर से बचने के तरीके
- मुंह का कैंसर कैसे ठीक करें?
- Oral cancer से बचने के घरेलू उपाय ( नुस्खे)
आइए सबसे पहले हम जानते है
- Oral cancer होने के कारण क्या है?
Tobacco use.
Alcohol.
Prolonged sun exposure.
Human papillomavirus (HPV).
Gender महिलाओं की तुलना में पुरुषों में ओरल और ऑरोफरीन्जियल कैंसर विकसित होने की संभावना अधिक होती है।
Fair skin is higher risk of lip cancer.
Age 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में मुंह के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है, हालांकि इस प्रकार का कैंसर किसी भी उम्र के लोगों में विकसित हो सकता है।
Poor oral hygiene.
Poor diet/nutrition.
Weakened immune system.
Marijuana use.
- मुंह के कैंसर के शुरुआती लक्षण क्या है?
इन लक्षणों से शुरू हो सकता है मुंह का कैंसर होंठ या मुंह का घाव जो ठीक नहीं हो रहा हो
मुंह के अंदर एक सफेद या लाल रंग का पैच
कमजोर दांत
मुंह के अंदर गांठ
मुंह में दर्द
कान में दर्द
Bolus निगलने में कठिनाई
बोलने में बदलाव और
मुंह में छाले होना बहुत आम है, फूड एलर्जी, पोषक तत्वों की कमी जैसे कारकों का परिणाम हो सकता है। हालांकि, यदि यह लक्षण लगातार बने रहते हैं या गंभीर रूप ले लेते हैं, तो यह मुंह के कैंसर की जानलेवा बीमारी का संकेत (Mouth Cancer Symptoms) हो सकता है।
मुंह के कैंसर के लक्षण
- व्हाइट पैचेस (सफेद निशान)
मसूड़ों, जीभ, टॉन्सिल या मुंह पर लाल या सफेद मोटे धब्बे दिखाई देना खतरनाक हो सकता है।इस स्थिति को ल्यूकोप्लाकिया कहते हैं।अधिकांश ल्यूकोप्लाकिया पैच नॉन कैंसरस होते है।हालांकि कई कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते है।ये तंबाकू उत्पादों के सेवन की वजह से हो सकते है अगर किसी को ऐसे निशान नजर आएं तो बिना देरी के तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।
- लगातार होने वाली गांठें अगर आपको मुंह या लिम्फ ग्लैंड्स (गर्दन की लसिका ग्रंथि) में किसी तरह की गांठ महसूस हो रही है तो यह खतरनाक हो सकता है. अगर आपको लगातार ऐसा महसूस हो सकता है कि आपके गले में कुछ फंस गया है या गले में खराश का अनुभव होता है ये कैंसर होने का कॉमन कारण है।
- मुंह और चेहरे पर दर्द और सुन्नता बिना किसी वजह के अगर आपके चेहरे, मुंह या गर्दन और उसके आसपास दर्द होता है सुन्नता महसूस होती है तो यह मुंह के कैंसर का संकेत हो सकता है. इस स्थिति में जबड़े में सूजन और दर्द भी हो सकता है।
- दांतों का गिरना एक या एक से अधिक दांतों का बिना किसी वजह से कमजोर होना और गिरना कैंसर का संकेत हो सकता है। इसके अलावा अगर आपने कोई दांत निकाला है और उसके का उस जगह पर हुआ गड्ढा भरा नहीं है तो भी आपको तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।
और अन्य कारण जैसे की
- ठीक नहीं होने वाला छाला – मुंह में छाला जो ठीक न हो रहा हो, मुंह के कैंसर का लक्षण हो सकता है।मुंह में
- दर्द – मुंह में दर्द या परेशानी जो ठीक नहीं होती है।
- वजन घटना – अकारण बहुत वजन घटना कैंसर का संकेत हो सकता है
- मुंह में असामान्य बदलाव – होंठ, gums या मुंह के अन्य क्षेत्रों में सूजन, गांठ, धब्बे,crust का विकसित होना
- खून बहना – मुंह से बिना किसी वजह खून बहना ऐसा लगना कि कुछ गले के पिछले हिस्से में कुछ फसा है
- चबाने या निगलने में कठिनाई, बोलने में कठिनाई या जीभ को हिलाने में कठिनाई होना घबराहट और आवाज में परिवर्तन
- मुंह का कैंसर कैसे होता है?
मुंह का कैंसर तब होता है जब mouth cells के डीएनए में परिवर्तन (म्यूटेशन) होता है। म्यूटेशन की वजह से असामान्य cells बढ़ते और विभाजित होते रहते हैं। असामान्य cells के जमा होने से एक ट्यूमर बन जाता है। जिसे मुंह का कैंसर कह सकते है।
मुंह का कैंसर होने का खतरा इन वजहों से बढ़ जाता है –
- सिगरेट, सिगार, पाइप, गुटखा और किसी भी प्रकार का तंबाकू का उपयोग
- बहुत ज्यादा शराब पीना
- एक sexually transmitted virus जिसे ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) कहा जाता है उसके कारण हो सकता हे immune system weak
- मुंह के कैंसर के stages
विभिन्न प्रकार के कैंसर के stage को classify करने के अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है।
- स्टेज 0 – कैंसर वहीं है जहां से शुरू हुआ था और फैला नहीं है।
- स्टेज I – कैंसर छोटा ही है और कहीं भी फैला नहीं है
- स्टेज II – कैंसर बड़ा हो गया है लेकिन फैला नहीं है
- स्टेज III – कैंसर बड़ा हो गया है और आसपास के surface और / या लिम्फ नोड्स (लसीका तंत्र का हिस्सा) में शायद फैला हो सकता है।
- स्टेज IV – कैंसर जहाँ से शुरू हुआ था वहां से कम से कम एक अन्य शरीर अंग तक फैल गया है; इसे “माध्यमिक” या “मेटास्टेटिक” कैंसर के रूप में भी जाना जाता है।
- मुंह के कैंसर के ग्रेड
कैंसर का स्टेज cancer cells को माइक्रोस्कोप में देख कर निर्धारित किया जाता है।लो ग्रेड धीमे-धीमे बढ़ते कैंसर का संकेत देता है और हाई ग्रेड एक तेजी से बढ़ते हुए कैंसर को indicated करता है। आमतौर पर उपयोग की जाने वाली grading system के बारे में जानते हे।
- ग्रेड I – कैंसर की cells जो सामान्य cells के समान होती हैं, वह तेज़ी से नहीं बढ़ रही होते हैं।
- ग्रेड II – कैंसर cells जो सामान्य cells की तरह नहीं दिखते हैं, वह सामान्य cells की तुलना में तेज़ी से बढ़ रहे होते हैं।
- ग्रेड III – कैंसर cells जो असामान्य लगते हैं, वह ज़्यादा आक्रामक तरीके से बढ़ रहे होते हैं।
- मुंह के कौनसे part में केंसर हो सकता हे?
- होंठों का कैंसर
- जीभ का कैंसर
- गाल का कैंसर
- मसूड़ों का कैंसर
- floor of the mouth (under the tongue) का कैंसर
- hard and soft palate के कैंसर
- मुंह का कैंसर से बचाव – Mouth cancer prevention
- मुंह के कैंसर से बचने के तरीके
- तंबाकू और इस बने उत्पाद का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
- इसके अलावा मुंह के कैंसर की समस्या से बचने के लिए शराब का सेवन भी नहीं करना चाहिए। शराब और तंबाकू का सेवन मुंह के कैंसर का मुख्य कारण माना जाता है।
- जब भी बाहर धूप में जाएं, अपनी त्वचा और होठों पर UV-A/B ब्लॉकिंग सनस्क्रीन का प्रयोग करें।
- ओरल सेक्स करने वाले युवा लोगों को मौखिक कैंसर होने का जोखिम अधिक होता है। तो इसे भी avoid करे।
- मुंह का कैंसर कैसे ठीक करें?
मुंह के कैंसर का इलाज कैंसर के स्थान और स्टेज पर निर्भर करता है। उपचार के विकल्प में सर्जरी, विकिरण, कीमोथेरेपी शामिल हैं।
- सर्जरी –
मुंह के कैंसर में अलग-अलग प्रकार की सर्जरी की जा सकती हैं, जैसे -ट्यूमर को हटाने के लिए सर्जरी आपके सर्जन ट्यूमर को हटाने के लिए कैंसर वाले और उसके आस-पास के कुछ स्वस्थ surafce को हटाते हैं जिससे यह सुनिश्चित हो जाता है कि सभी कैंसर cells को हटा दिया गया है।
छोटे कैंसर को छोटी सी सर्जरी के माध्यम से हटाया जा सकता है। बड़े ट्यूमर को more extensive procedures की आवश्यकता हो सकती है। गर्दन में फैले कैंसर को हटाने के लिए सर्जरी यदि कैंसर की cells गर्दन के लिम्फ नोड्स में फैल गई हैं या ऐसा होने का खतरा है, तो आपके size of cancer के मुताबिक कैंसर के लिम्फ नोड्स और surface को हटाने की प्रक्रिया की जाती है। यह सर्जरी आपके लिम्फ नोड्स में किसी भी cancer cells को निकाल देती है।
- विकिरण चिकित्सा (रेडिएशन थेरेपी)
यदि आपका मौखिक कैंसर प्रारंभिक चरण में है तो आपको केवल विकिरण चिकित्सा की ज़रुरत हो सकती है। सर्जरी के बाद भी विकिरण चिकित्सा का उपयोग किया जा सकता है। अन्य मामलों में, रेडिएशन थेरेपी और कीमोथेरेपी दोनों साथ में की जा सकती हैं। यह रेडिएशन थेरेपी की प्रभावशीलता को बढ़ाता है लेकिन यह उसके दुष्परिणाम को भी बढ़ाता है। अग्रिम चरण के मुंह के कैंसर के मामलों में विकिरण चिकित्सा कैंसर के लक्षणों को दूर करने में सहायता कर सकती है, जैसे कि दर्द।
- कीमोथेरपीकीमोथेरपी
कैंसर cells को मारने के लिए chemical का उपयोग करता है। एक या अधिक chemotherapy drugs की जरुरत हो सकती है या अन्य कैंसर उपचार के साथ कीमोथेरपी की जा सकती है। कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी की Effectiveness बढ़ा सकती है, इसलिए दोनों को अक्सर साथ मे किया जाता है। अन्य उपचारलक्षित दवा उपचार (टार्गेटेड ड्रग थेरेपी)targeted drugs cancer cells में बदलाव लाकर मुंह कैंसर का इलाज करती हैं। cetuximab कुछ स्थितियों में सिर और गर्दन के कैंसर के इलाज के लिए एक targeted therapy है। कैटेक्सिमैब (cetuximab) एक प्रोटीन के कार्य को रोकता है जो कई प्रकार के healthy cells में पाया जाता है लेकिन कुछ प्रकार के कैंसर cells को बढ़ावा देता है।
- Oral cancer से बचने के घरेलू उपाय ( नुस्खे)
- प्रोटीन युक्त फूड्स-
High Protein Foods मुंह के कैंसर की समस्या में मरीजों को हाई प्रोटीन फूड्स देने चाहिए। हाई प्रोटीन का सेवन करने से मरीजों के शरीर की मांसपेशियों का विकास होता है और तेजी से वजन नहीं कम होता है। प्रोटीन डाइट मरीजों के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने में उपयोगी होती है। इसका सेवन करने से मरीजों की रिकवरी में भी फायदा मिलता है। मुंह के कैंसर की समस्या में चिकन, लीन मीट, अंडे और फिश आदि का सेवन प्रोटीन के लिए करना चाहिए।
- फल और सब्जियां-
Fruits And Vegetables ताजे फल और सब्जियों का सेवन मुंह के कैंसर की समस्या में बहुत फायदेमंद माना जाता है। मरीजों को रोजाना ताजे फल जैसे सेब, संतरा, अनार, अंगूर और केला आदि का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा मुंह के कैंसर की समस्या में मरीजों को हरी सब्जियां जैसे भिंडी, तोरई, पालक, टमाटर आदि का सेवन जरूर करना चाहिए।
- फाइबर युक्त फूड्स-
Fiber Foods मुंह के कैंसर की समस्या में हाई फाइबर फूड्स का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। भोजन में फाइबर की पर्याप्त मात्रा रहने से आपका digestive system healthy रहता है और पेट से जुड़ी समस्याएं नहीं होती हैं। इसलिए मुंह के कैंसर की समस्या में मरीजों को whole grains या अनाज का सेवन करना चाहिए।
- दूध और दूध से बने उत्पाद-
Milk Products दूध और दूध से बनी चीजों का सेवन मुंह के कैंसर की समस्या में बहुत फायदेमंद माना जाता है। दूध में मौजूद प्रोटीन, कैल्शियम और अन्य जरूरी पोषक तत्व शरीर को पर्याप्त पोषण देते हैं और तेजी से रिकवरी में बहुत उपयोगी होते हैं।
- इसके अलावा पनीर, दही और छाछ आदि का सेवन भी ओरल कैंसर में बहुत फायदेमंद माना जाता है।
इन सभी घरेलू उपचार अपनाने से पहले एक बार dentist की advise जरूर ले और अगर teeth में ज्यादा damages है तो इसकी treatment बारे में अवश्य विचार करे। ज्यादा जानकारी के लिए बने रहिए ayushtherapist.com के साथ।
धन्यवाद।