White tongue को cure करने के 10 घरेलू नुस्खे

Topic: White tongue को cure करने के 10 घरेलू नुस्खे

नमस्कार मित्रो, क्या आप जानते हैं कि जीभ शरीर की सबसे मजबूत Muscles में से एक है। यह वास्तव में हमारे sense of touch के लिए सबसे Sensitive स्थान है, और यह हमें बात करने, स्वाद लेने की अनुमति देता है। साथ ही, पारंपरिक चिकित्सा के सिद्धांतों के अनुसार, जीभ स्वास्थ्य स्थितियों के Determination और remedy में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। for that reason ,white tongue को possible health issues के चेतावनी संकेत के रूप में देखा जा सकता है, जैसे oral thrush या geographic tongue.

एक स्वस्थ जीभ गुलाबी होती है और papillae से ढकी होती है , small nodules जो जीभ की surface पर होते हैं और जिनकी बनावट rough होती है। जब जीभ सफेद दिखाई देती है, तो इसका मतलब है कि खाने का कचरा, बैक्टीरिया और मृत cells को inflamma papillae के बीच फस जाते है।

जीभ की surface पर कुछ दाने होते हैं, जो raised up होते हैं, इन्हें पैपिली (Papillae) कहा जाता है। जब पैपिली सामान्य से अधिक बढ़ जाएं या उनमें Swelling आ जाए तो इस स्थिति के कारण जीभ सफेद हो जाती है। शरीर में पानी की कमी होना या मुंह सूखना जीभ सफेद होने का सबसे मुख्य कारण होता है, क्योंकि मुंह में पर्याप्त moisture ना होने के कारण बैक्टीरिया जमा होने लग जाते हैं। पैपिली का आकार बड़ा हो जाने के कारण उनके बीच में बैक्टीरिया, डेड स्किन सेल्स जमा होने लग जाता है, जिससे जीभ पर सफेद रंग की परत जमी हुई दिखाई देती है। इतना ही नहीं यदि आप दिन में दो बार ब्रश के साथ अपने दांतों व जीभ को अच्छे से साफ नहीं करते हैं, तो भी आपकी जीभ सफेद होने की संभावना बढ़ जाती है। कुछ बहुत ही कम मामलों में यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है, जिनमें Infection से लेकर कैंसर भी शामिल है। जीभ सफेद होना कोई बीमारी नहीं है और ना ही आमतौर पर यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत देती है। यह स्थिति आमतौर पर कुछ ही समय के लिए होती है और फिर ठीक हो जाती है। मुंह की उचित रूप से सफाई करते रहने से सफेद जीभ होने के कुछ मामलों का बचाव किया जा सकता है, हालांकि इसके सभी cases का Prevention नहीं कीया जा सकता है। रोजाना दिन में दो बार जीभ व दांतों को ब्रश से साफ करने और दिन में कम से कम एक बार धागे से दांतों की सफाई करने (फ्लॉसिंग) से मुंह की सफाई को बरकरार रखा जा सकता है। सफेद जीभ आमतौर पर हानिरहित और केवल अस्थायी होती है, लेकिन यह Infection या कुछ गंभीर स्थितियों का संकेत भी हो सकती है।

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आज हम जानने वाले हे,

  1. White tongue होने का कारण क्या हैं?
  2. क्या सफेद जीभ खराब है?
  3. White tongue के कारण कौनसी बीमारियां हो सकती है?
  4. White tongue की treatment क्या हैं ?

सबसे पहेले जानते है,

1.White tongue होने का कारण क्या हैं?

dehydration

  • poor oral hygiene
  • illness or infectiondry mouth
  • fever
  • reaction of medicine
  • candida yeast infection (oral thrush)
  • smoking or tobacco use
  • alcohol use
  • spicy food
  • congenital heart disease in adults
  • सफेद जीभ होने का सबसे आम कारण

Dehydration या dry mouth है, जो बैक्टीरिया के लिए breeding ground है। वास्तव में, यदि आप दिन में कम से कम दो बार अपनी जीभ और दांतों को अच्छी तरह से ब्रश नहीं करते हैं, तो आपकी जीभ सफेद होने का खतरा बढ़ जाता है।

जीभ सफेद दिखने के अन्य कारण जिन लोगों की कीमोथेरपी चल रही होती है, उन्हें भी जीभ सफेद होने की समस्या हो जाती है। किसी लंबी गंभीर बीमारी से afflicted व्यक्ति, जो लंबे समय से दवाओं का सेवन कर रहा हो, उसे भी tongue white होने की समस्या हो सकती है। कुछ बहुत ही कम केसेज में या कहिए कि कुछ rare cases में यह समस्या एड्स के रोगियों में भी देखने को मिलती है।क्योंकि यह रोग भी सबसे पहले इम्यूनिटी पर ही अटैक करता हैं।

  1. क्या सफेद जीभ खराब है?

एक सफेद जीभ आमतौर पर चिंता का कारण नहीं होती है। लेकिन rare occasions पर, यह लक्षण अधिक गंभीर बीमारी का रूप लेता हैं, जैसे कि infection or early cancer की होने की संभावना है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने अन्य लक्षणों पर नज़र रखें और यदि white layer कुछ हफ़्तों में दूर नहीं होती है तो यह गंभीर समस्या है।

  1. White tongue के कारण कौनसी बीमारियां हो सकती है?
  • ल्यूकोप्लाकिया
  • ओरल लाइकेन प्लैनस
  • जियोग्राफिक टंग
  • ओरल थ्रश
  • सिफलिस

इन सभी बीमारियों को भी ठिक किया जा सकता है उसके लिए proper डाइट and treatment है जिसकी जानकारी हम आपको दूसरे blog में बताएंगे

4**. White tongue** को cure करने का घरेलु उपचार

  • नारियल का तेल

नारियल का तेल मुंह के थोड़ी देर के लिए भरके रखना है।जिसे आयुर्वेद में गंड़ूष कहा गया हैं। यह oral detox आमतौर पर आयुर्वेदिक चिकित्सा में प्रयोग किया जाता है।ये बैक्टीरिया को दूर करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है। क्योंकि यह माना जाता है कि जीभ का प्रत्येक भाग शरीर के विभिन्न अंगों से जुड़ा होता है। तेल आपके मुंह से debris और toxins को बहार निकलता है और एक स्वच्छ, एंटीसेप्टिक oral environment बनाता है।

  • अजवाइन का तेल

अजवायन के तेल में एंटीवायरल, जीवाणुरोधी, एंटिफंगल, एंटीपैरासिटिक, एंटीऑक्सिडेंट और anti-inflammatory properties होती हैं। यह एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक के रूप में कार्य करता है, इसलिए आप पारंपरिक एंटीबायोटिक दवाओं के कारण सफेद जीभ से बच सकते हैं।

  • लहसुन ( garlic )

लहसुन की antifungal action इसे white tongue के लिए एक प्रभावी प्राकृतिक उपचार बनाती है। Research से पता चलता है कि Allicin, लहसुन में सक्रिय compounds में से एक हैं एंटीकैंडिडल प्रभाव प्रदर्शित करता है और fluconazole के जैसे ही function kar सकता है, garlic एक दवा जिसका उपयोग fungal infections के इलाज के लिए किया जाता है, जिसमें मुंह के yeast infection भी शामिल हैं।

  • एलोवेरा juice

एलोवेरा में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, यही वजह है कि इसका इस्तेमाल Infection, wounds, burns, और skin irritation को ठीक करने के लिए किया जाता है। इसमें एंजाइम भी होते हैं जो dead cells को हटाने में मदद करते हैं और skin tissues के regeneration को बढ़ावा देते हैं। अपनी जीभ पर से White coating को हटाने के लिए, एक चम्मच एलोवेरा के रस को अपने मुँह में तब तक घुमाएँ जब तक कि लेप गायब न हो जाए। ऐसा दिन में दो से तीन बार करें।

  • समुद्री नमक

समुद्री नमक के कई फायदे हैं, जिसमें इसकी प्राकृतिक antibacterial activities भी शामिल हैं, इसलिए पानी के साथ समुद्री नमक के gargle करके, bacteria और debris को खत्म कर सकते हैं जिसके कारण white tongue ki problem हुई हे। साथ ही, समुद्री नमक की मोटी बनावट एक exfoliant के रूप में काम करती है, जो जीभ पर के white layer को हटाने में मदद करती है।

  • प्रोबायोटिक्स

सफेद जीभ जैसे oral symptoms को प्रभावित करने का एक अन्य तरीका प्रोबायोटिक्स है। प्रोबायोटिक्स बैक्टीरिया के strains हैं जो पाचन तंत्र के लिए अच्छे हैं।जबकि प्रोबायोटिक्स पर बहुत सारे research intestines के स्वास्थ्य में सुधार पर केंद्रित हैं, प्रोबायोटिक्स मुंह और जीभ के लिए भी मददगार हो सकते हैं।यूरोपियन जर्नल ऑफ डेंटिस्ट्री की एक समीक्षा में कहा गया है कि प्रोबायोटिक बैक्टीरिया मुंह के साथ-साथ intestines पर भी कब्जा कर सकते हैं। कुछ मामलों में, ये बैक्टीरिया Contagious Yeasts and Bacteria के अन्य bad strains से लड़ने में मदद कर सकते हैं। हालांकि evidence inconclusive हैं, फिर भी प्रोबायोटिक्स मुंह में पर्यावरण को संतुलित करने और सफेद जीभ को रोकने में मदद कर सकते हैं।

  • हल्दी

सेहत के लिए हल्दी तमाम तरह से फायदेमंद है ही साथ ही इससे जीभ को भी साफ किया जा सकता है। हल्दी से जीभ की white layer को हटाया जा सकता है। इसके लिए हल्दी पाउडर में थोड़ा सा नींबू का रस मिला लें। इस पेस्ट को जीभ पर Rub करे। कुछ देर मुंह में मसाज करने के बाद गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें। इस विधि से जीभ की white layer काफी जल्दी ठीक हो जाती है।

  • सेब का सिरका

एप्पल साइडर विनेगर यानि सेब का सिरका से भी अपने जीभ को साफ कर सकते हैं। इसके लिए आप एक चम्मच सिरका को एक ग्लाल गरम पानी में मिलाएं और फिर इस जूस को मुंह में रखें। थोड़ी देर कुल्ला करें।

  • Tongue scraping and oral hygiene
Tongue Cleaner Brush Or Scraper. Woman Scraping

सफेद जीभ को रोकने और उसका इलाज करने के लिए आप जो सबसे महत्वपूर्ण चीजें कर सकते हैं, वह है उचित oral hygiene बनाए रखना। अपने दांतों और मसूड़ों को दिन में कम से कम दो बार ब्रश करना सुनिश्चित करें, जिसमें भोजन के बाद ब्रश करना भी शामिल है। आप tongue scraping भी आजमा सकते हैं, जो आयुर्वेदिक चिकित्सा का एक और अभ्यास है जो जीभ से bacteria, debris और Dead skin cell को हटा सकता है। tongue scraping सफेद जीभ से छुटकारा पाने में मदद करता है और bad breath को भी सुधारता है।

  • बेकिंग सोडा

यदि आप जीभ पर जमी सफेद और जिद्दी परत से तंग आ गए हैं, तो बेकिंग सोडा भी आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन है, जो जल्दी इस समस्या से निजात दिलाता है। एक छोटा चम्मच बेकिंग सोडा लें और उसमें थोड़ा सा पानी मिलाकर पेस्ट बना लें। पेस्ट से अपनी जीभ पर परत बनाएं और 2 मिनट बाद ब्रश से हल्के दबाव के साथ साफ करें। साथ ही साथ इसे थूकते रहें और फिर गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें। ऐसा आप हफ्ते में दो से तीन बार कर सकते हैं।

इन सभी घरेलू उपचार अपनाने से पहले एक बार dentist की advise जरूर ले और अगर teeth में ज्यादा damages है तो इसकी treatment बारे में अवश्य विचार करे। ज्यादा जानकारी के लिए बने रहिए ayushtherapist.com के साथ।

धन्यवाद।

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